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Showing posts from December, 2018

अच्छा चलता हूँ ।

अच्छा चलता हूँ शरारतों को हमारी माफ् करना, दुआओं में अपनी हमें याद रखना , मिल जाऊं अगर मैं किसी मोड़ पर तो मुस्कुरा कर मुझे आबाद करना , अच्छा अब मैं चलता हूँ शरारतों को मेरी माफ् करना दुआओं में अपनी मुझे याद रखना ...।

तेरे होने से गुरुर ।

तेरे होने से गुरुर था मुझे , मेरी जिंदगी कट जाएगी हंसते खेलते, किन्तु इन बहकती हवाओं ने अपना जलवा दिखा दिया , तोड़ कर हमें हमारे मोहब्बत का अंजाम दिखा दिखा दिया ....।

इन आँखों को बस तेरी ।

इन आँखों को बस आपके खुशी की ख्वाइश है   होंठों को बस आपके नामों की फरमाइश है  । मत करिये इतनी खता हमपे   मेरे दिल को आपके  हर पल मुस्कुराने की  आदत है ..।

कल की बातों में क्या रखा है ।

कल की बातों में क्या रखा है आज साथ हम तेरे है , आज साथ आप मेरे हैं , आज जाएगा फिर कल आएगा । कल की बातों में क्या रखा है आज साथ हम तेरे है आज साथ आप मेरे हैं ...।

कल को क्यों सोच कर आज घबराते हो ।

कल को क्यों सोच कर आज घबराते हो । कल को क्यों सोच कर आज अचंभित हो ,  तुम समर्थ हो विद्वान हो फिर शर्तो की दीवार से क्यो घबराते हो तुम,  तुम समर्थ हो ज्ञानवान हो फिर आज क्यों डगमगाते हो तुम ...।

बेकरार ऐ दिल ।

बेकरार ऐ दिल को करार आप से मिलता है ,  हम चीज क्या है मोहतरमा मेरा हर साँस आप से ही जुड़ा है ,  ख्वाइस थी अस्तित्व अपनी बनाये रखने की पहचान अपना संजोये रखने का , पर मुकम्मल होना संभव नही सायद शर्तो की इस आजादी में , खैर अस्तित्व भी तो साँसों की मोहताज है साँसे भी तो आप से ही चलती है हमारी ...।

आरजू ये इश्क की ।

आरजू ये इश्क की हमने की थी  मुकम्मल हुआ भी तो शर्तो के झरोखे से  फिर तोड़ कर निकाल गए दिल छोड़ कर हमें खामोशी से...।