दोस्ती । Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps May 15, 2019 दोस्ती वो दोस्ती ही कैसी जो लफ्जो की राह तके , वो मोहब्बत ही कैसा जो दिल की न बात समझे, करके सितम बेशुमार खुद पर मुझे वो बहलाती है, नफरत दिखा कर मेरी वो परवाह करती है ..। Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
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